आरबीआई के अनुसार टाटा कैपिटल और अन्य 14 एनबीएफसी ने अपना पंजीकरण प्रमाणपत्र किया सरेंडर किया

टाटा कैपिटल फाइनेंशियल सर्विसेज़ सहित 14 और एनबीएफसी(Non Banking Financial Company) ने विभिन्न कारणों से अपने पंजीकरण प्रमाणपत्र सरेंडर कर दिए हैं. शुक्रवार को भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने बताया. स्वैच्छिक हड़ताल, विलय, एकीकरण या विघटन के कारण नौ गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियां (एनबीएफसी) कानूनी संस्थाएं नहीं रह गई हैं, जिनमें टाटा कैपिटल फाइनेंशियल सर्विसेज, टाटा क्लीनटेक कैपिटल, नेपेरोल इन्वेस्टमेंट्स, यूएसजी फाइनेंशियल सर्विसेज, ऊर्जा कैपिटल, वंदना डीलर्स, एबीआरएन फाइनेंस, जोधानी मैनेजमेंट और जेडीएस सिक्योरिटीज शामिल हैं. आरबीआई ने बताया कि जिन्हें आरबीआई द्वारा पंजीकरण के प्रमाण पत्र प्रदान किए गए थे, ऐसी छह एनबीएफसी ने गैर-बैंकिंग वित्तीय संस्थान (एनबीएफआई) व्यवसाय से बाहर निकलने के बाद अपना पंजीकरण प्रमाणपत्र सरेंडर कर दिया है, वो वियान ग्रोथ कैपिटल, ड्रेप लीजिंग एंड फाइनेंस, ज्वेल स्ट्रिप्स, रिवॉल्विंग इन्वेस्टमेंट्स, अंशू लीजिंग और ए वी बी फाइनेंस हैं.