
आज देशभर (countrywide) में धूम-धाम से जन्माष्टमी (Janmashtami) का त्योहार (Festival) मनाया जा रहा है। भादों मास में श्री कृष्ण की पूजा का खास महत्व है। कृष्ण जन्माष्टमी के दिन लोग पूरा दिन व्रत और पूजा करते हैं। इस साल श्रीकृष्ण का 5247वां जन्मोत्सव मनाया जा रहा है। हर साल जन्माष्टमी भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है। जन्माष्टमी के दिन कृष्ण भक्त भगवान की भक्ति में डूबे रहते हैं, मंदिरों में रात 12 बजे तक भगवान कृष्ण के गीत गाएं जाते हैं। शास्त्रों के अनुसार इस बार जन्माष्टमी के दिन वैसा संयोग बन रहा है जैसा द्वापर युग में श्रीकृष्ण के जन्म पर बना था। इस बार जन्माष्टमी के दिन कई सारे शुभ संयोग बन रहे हैं। कृष्ण जन्मष्टमी पर जयंती और रोहिण नक्षत्र योग बन रहा है। इसके अलावा अष्टमी तिथि पर चंद्रमा वृषभ राशि में मौजूद रहेगा।