
आज नागपंचमी (nagpanchami) का त्योहार है। आज के दिन नागों की पूजा (worship of serpents) की जाती है। सावन के महीने मे पड़ने वाला यह त्योहार बहुत ही महत्वपूर्ण होता है। सावन का महीना भगवान शिव और माता पार्वती को अत्यंत ही प्रिय होता है। इसके साथ सर्प महादेव के गले की शोभा है और यह देव के देव महादेव को बहुत प्रिय है। नाग पंचमी पर शिवजी के साथ सांपों को भी पूजा जाता है। मान्यता है जो भी व्यक्ति नाग पंचमी के दिन सांपों की पूजा करता है उसकी कुंडली में अगर कालसर्प या पितृ दोष है तो वह खत्म हो जाता है। हर वर्ष नाग पंचमी सावन के शुक्ल की पंचमी तिथि को मनाया जाता है। शास्त्रों में 12 प्रकार के नाग बताए गए हैं। इनमें वासुकी, तक्षक, कालिया, मणिभद्रक, ऐरावत, धृतराष्ट्र, कार्कोटक और धनंजय नामक अष्टनाग की पूजा करना काफी फलदायी होता है। इनकी पूजा से भक्तों को भय से मुक्ति मिलती है।