
कहते हैं कि जन्म से मरण तक इंसान का हर एक पल पहले से ही तय है। नियति है कि जिसने जन्म लिया है, उसकी मृत्यु भी होगी और मृत्यु के बाद वापस जिंदा होना स्वाभाविक ही नहीं है, लेकिन इसके बावजूद अक्सर सुनने को मिल जाता है कि, किसी शख्स की मौत के कुछ घंटों बाद वो फिर से जिंदा हो गया। आपने भी ऐसा कभी न कभी तो सुना ही होगा, लेकिन हाल ही में ऐसा देखने को मिला है मेक्सिको सिटी में, जहां इलाज के दौरान डॉक्टरों द्वारा मृत घोषित किए जाने के बाद, अंतिम संस्कार की तैयारी के बीच ताबूत में बंद तीन साल की बच्ची फिर से जिंदा हो गई।
स्थानीय प्रकाशन एल यूनिवर्सल (local publication El Universal) के मुताबिक यह घटना, 17 अगस्त को मैक्सिको में हुई थी। बच्ची की मां ने स्थानीय अस्पताल (local hospital) पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा है कि, डॉक्टरों ने बच्ची को मृत घोषित कर दिया था। उन्होंने आगे बताया कि, बच्ची को उल्टी (vomiting) हो रही थी। पेट में दर्द (stomach pains) था और बुखार (fever) भी हुआ था। वह बच्ची को विला डी रोमास (Villa de Ramos) में एक चाइल्ड स्पेशलिस्ट के पास लेकर गई थी।
बच्ची की स्थिति को देखते हुए चाइल्ड स्पेशलिस्ट ने उन्हें सामुदायिक अस्पताल (bigger hospital) में ले जाने के कहा गया था। सामुदायिक अस्पताल में बच्ची का डिहाइड्रेशन और बुखार का इलाज किया गया था। इसके बाद बच्ची को घर ले जाने के लिए कह दिया गया था।
मां ने एल यूनिवर्सल को बताया कि, बच्ची की हालत फिर से बिगड़ती चली जा रही थी, जिसके बाद वह उसे दूसरे डॉक्टर के पास ले गई थी। जहां दूसरी दवा दी गई और बच्चे को फल व पानी देने को कहा गया। हालांकि, बच्ची की हालत में कोई सुधार नहीं हुआ, जिसके बाद परिवार के लोग बच्ची को दोबारा अस्पताल ले कर गए।
न्यूयॉर्क पोस्ट ने मां के हवाले से बताया कि, वे उसे आईवी ड्रिप के लिए लेकर आई थे, लेकिन ऑक्सीजन मिलने में समय लग गया। कुछ देर बाद डॉक्टर ने बच्ची को मृत घोषित कर दिया। वहीं डॉक्टरों ने बच्ची की मौत का आधिकारिक कारण डिहाइड्रेशन को बताया। अगले दिन, जब अंतिम संस्कार किया जा रहा था, तब बच्ची की मां ने ताबूत में कांच के ऊपर भाप जैसा जमा देखा। इसकी जानकारी उन्होंने वहां मौजूद लोगों को दी, लेकिन किसी ने इसका विश्वास नहीं किया। लोगों ने कहा कि वो सदमे में है, इसलिए ऐसा दिख रहा है। ऐसा कहकर लोगों ने ताबूत खोलने से रोक दिया।
वहीं, इसी बीच बच्ची की दादी ने देखा कि उसकी आंखों की पुतलियां हिल रही हैं, जिसके बाद ताबूत खोला गया तो बच्ची को जीवित पाया गया। इस दौरान परिवावाले उसे लेकर तुरंत अस्पताल भागे। डॉक्टरों ने उसका चेकअप किया, तब तक बच्ची दोबारा मौत की नींद सो चुकी थी। डॉक्टर ने उसे फिर से मृत घोषित कर दिया।