
हिंदी साहित्य के यशस्वी कवि ‘सुमित्रानंदन पंत (Sumitranandan Pant)’ का जन्म, आज ही के दिन, यानी 20 मई 1900 को उत्तराखंड के कौसानी (Kausani) में हुआ था। उनके बचपन का नाम गुसाईं दत्त (Gusain Dutt) था। उनकी शिक्षा कौसानी, वाराणसी और इलाहाबाद में हुई। वे 1921 में असहयोग आंदोलन (Non-cooperation movement) में शामिल हुए। उन्होंने ‘लक्ष्मण’ के चरित्र को आदर्श मानकर अपना नाम ही बदल लिया। पंत ने कविता, गद्य नाटिका, रेडियो रूपक, एकांकी, कहानी, उपन्यास जैसी विधाओं में अनेक रचनाएं प्रस्तुत कीं। साथ ही लोकायतन और सत्यकाम महाकाव्य भी लिखे। उन्हें पदमभूषण (Padma Bhushan), ज्ञानपीठ पुरस्कार तथा सोवियत लैंड नेहरू पुरस्कार (Soviet Land Nehru Award) से सम्मानित किया गया। 28 दिसंबर 1977 को सुमित्रानंदन पंत का देहांत हो गया।