
बुधवार को केंद्र सरकार ने राम मंदिर निर्माण के लिए ‘श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र’ (Shri Ramjanambhoomi Teerth Kshetra) नाम से एक ट्रस्ट बनाने का ऐलान किया। इस ट्रस्ट में कुल 15 सदस्य होंगे, जिनमें 9 स्थायी और 6 नामित सदस्य होंगे। केंद्र सरकार और ट्रस्ट के बीच एक समझौता हुआ है, जिसके तहत राम मंदिर से जुड़े फैसले लेने के लिए ट्रस्ट पूरी तरह से स्वतंत्र होगा। सरकार ने ट्रस्ट के कार्यान्वयन के लिए 9 नियम बनाए हैं। इस ट्रस्ट के सदस्यों में केशवन अय्यंगार परासन (Keshvan Ayengar Parasan) और विमलेंद्र मोहन के अलावा केंद्र और राज्य सरकार के एक-एक आईएएस अधिकारी भी शामिल होंगे। इसके साथ ही एक दलित सदस्य हमेशा ट्रस्ट का हिस्सा बना रहेगा। केशवन अय्यंगार परासन राम मंदिर मामले के वकील हैं। उन्हीं के नई दिल्ली, ग्रेटर कैलाश स्थित घर में ट्रस्ट का स्थायी कार्यालय होगा। वहीं, सरकार ने मंदिर निर्माण की शुरूआत के लिए ट्रस्ट को ₹1 का चंदा भी दिया है।