
कहते हैं कि बच्चे किसी भी वस्तु या कहानी को चित्र के माध्यम से जल्दी और ज्यादा अच्छे तरीके से समझ जाते हैं। इसी बात को ध्यान में रखते हुए लेखिका त्रिपुरारी शर्मा ने कार्टून चित्रों के जरिए 10 कहानियों को एक पुस्तक में सहेजा है। बच्चों के जज्बात को बहुत ही सरलता से ‘अलू’ नामक इस पुस्तक में कुछ इस तरह से पेश किया गया है कि मानों यह कोई कहानी नहीं, बल्कि चलचित्र हो। आज के दौर में बच्चे कंप्यूटर और स्मार्टफोन में उलझ कर रह गए हैं। ऐसे में कार्टून चरित्रों जैसे मैना, तोता, गौरइया, कौवा, कबूतर, उल्लू आदि की कहानियाँ उन्हें मानवीय सहजता की तरफ भी ले जाती हैं। इसमें मुख्य किरदार ‘अलू’ नामक एक उल्लू है। वह जीव न होकर एक चरित्र हीरो है, जो बेहद आसानी से बच्चों से वह बातें कह देता है, जो हम-आप उन्हें आसानी से नहीं समझा पाते।